कोराेना महामारी के दौरान मरीजों की संख्या बढ़ने पर मदद के लिए रेलवे भी तैयार है। रेलवे के जोधपुर मंडल ने मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए पहला कोच तैयार कर लिया है। इस कोच की जांच विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने मंगलवार को तय मानकों के तहत मानते हुए मंजूरी दे दी है। इधर, कोरोना मरीजों को 60 बेड की सुविधा भी रेलवे के मंडल अस्पताल में की गई है। जिला प्रशासन व स्थानीय चिकित्सा विभाग ने इसका निरीक्षण करने के बाद इसे भी कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए उपयुक्त माना है।
दरअसल, रेलवे देशभर में 5 हजार कोच कोरोना मरीजों के आइसोलेशन के लिए तैयार कर रहा है। इनमें 266 कोच का लक्ष्य उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन को दिया गया है। इधर, जोधपुर वर्कशॉप में पंद्रह वर्ष पुराने करीब 150 कोच तैयार किए जा रहे हैं। प्रत्येक कोच में 14 मरीजों को रखने की व्यवस्था होगी। सभी कोच में कार्य पूर्ण होने के बाद पूर्ण सेनेटाइज किया जाएगा। कोच के बीच की बर्थ को हटा दिया गया है। सभी खिड़कियों पर मच्छर जाली लगाई जा रही है। कोच को गर्म होने से बचाने के लिए बांस की मैट से ढका जाएगा। प्रत्येक कोच के एक टॉयलेट को बाथरूम में परिवर्तित किया जा रहा है। हर कोच के प्रवेश पर प्लास्टिक के पर्दे लगेंगे ताकि मरीज को रहने का स्थान आइसोलेट रहे। बाथरूम के निकट पहले केबिन में साइड में दो ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की व्यवस्था की गई है।
पहले एक केबिन में औषधि एवं अन्य मेडिकल उपकरण रखने के लिए प्रावधान रखा गया है। शेष सात केबिन मरीजों के लिए होंगे, जिनमें प्रत्येक में मानक डस्टबिन, अतिरिक्त बोतल होल्डर, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट उपलब्ध कराए गए हैं। वहीं, मंडल अस्पताल में 60 बेड का अलग से वार्ड तैयार किया गया है। इस वार्ड में कोरोना मरीजों को लाने का अलग से रास्ता, वाहनों के लिए व्यवस्था भी की गई है।